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करनाल। स्थानीय पुलिस ने एक ऐसे चोर को गिरफ्तार किया है, जो 5 और 7 सितारा होटलों में चोरी की वारदातों को अंजाम देता था। जयेस रावजी सेजपाल नाम का यह चोर गुजरात का रहने वाला है। इसे रायपुर से गिरफ्तार किया गया। चोर ने देश में अलग-अलग थ्री स्टार से लेकर 7 स्टार होटलों में चोरियां की हैं। करनाल के 5 सितारा होटल नूरमहल में भी उसने चोरी की वारदात को अंजाम दिया। यहां उसने 15 तोले सोना और 3800 रुपए चुराए थे। चोरी करके सामान को मुंबई में एक किराए के कमरे में रखा हुआ था। जहां से पुलिस ने सामान को भी बरामद कर लिया है।
एसपी शशांक सावन ने बताया कि चोर ऑनलाइन मैच में सट्टा लगाने का आदि है। उसे अयाशी का भी शौक है। करनाल में चोरी की वारदात को अंजाम देने के बाद उसने नागपुर के भी एक होटल में चोरी की थी।
इसके अलावा मुंबई, कोलकाता, जालंधर, आगरा, जयपुर , हैदराबाद, रायपुर, उदयपुर, नागपुर, चंडीगढ़, विशाखापटनम जैसे शहरों के होटलों में चोरियां कर चुका है। ये चोर सन् 2000 से लगातार चोरी की वारदातों को अंजाम दे रहा है। शुरू में मुंबई के 5 सितारा होटल में भी काम कर चुका है। इसके बाद से इसने चोरी की वारदातों को अंजाम देना शुरू किया। कुछ केसेज में जेल भी हो चुकी है। अभी यह जमानत में बाहर घूम रहा था।
ऐसे देता था चोरी की वारदात को अंजामः
एसपी के मुताबिक पूछताछ में खुलासा हुआ कि आरोपी सबसे पहले किसी बडे शहर में जाकर बस अड्डे के आसपास ठहरकर शहर के सितारा होटलों की रैकी करता था। रैकी के लिए ई-रिक्शा या ऑटो का उपयोग करता। इसके बाद होटल चिन्हित करके ऑनलाइन उसका कांटैक्ट नंबर निकालता है। फिर उस नम्बर पर फोन करके कोई पार्टी या शादी का प्रोग्राम या अन्य प्रकार के प्रोग्राम बुक करने की बात करके उक्त होटल में होने वाले प्रोग्रामों की डिटेल जुटा लेता था। फिर होटल की व्यवस्था और डेकोरेशन देखने के बहाने आकर होटल को अच्छी तरह से परख लेता था।
गलती से चाबी अंदर रहने का बहाना बना खुलवाता था कमराः
उस होटल में होने वाले किसी प्रोग्राम के दौरान आरोपी महिलाओं के ठहरने वाले कमरों की रैकी करता। जब महिलाएं अपने कमरे का ताला लगाकर प्रोग्राम में चली जाती थी तो आरोपी होटल में इन्टरकॉम से रिसेप्शन पर कॉल करके कहता कि यह कमरा नम्बर मेरी पत्नी का है। कमरे की चाबी गलती से कमरे के अंदर ही रह गई है। कमरे का ताला खोल दो, इसमें से सामान निकालना है। जब होटल वाले उससे उसकी पत्नी का नाम पूछते और नाम गलत मिलता तो होटल वाले कहते ही यह कमरा तो इस महिला का नहीं है बल्कि किसी अन्य महिला के नाम है।
आरोपी उन्हें कहता की मैं अपनी पत्नी से पता करता हूं कि कौन सा कमरा नम्बर है। कुछ समय बाद इन्टरकॉम से रिसेप्शन पर दोबारा फोन करता। रिसेप्शन वालों द्वारा बताए गए नाम को दोहराता कि यह मेरी पत्नी का कमरा है। ताले की चाबी कमरे की अंदर ही रह गई है। इसके बाद होटल स्टाफ उक्त कमरे का ताला खोलकर निकल जाता था।
आरोपी कमरे में रखा सारा कीमती सामान और नगदी आदि चोरी करके किसी ई-रिक्शा या ऑटो से फरार हो जाता। वह मुम्बई के ताज होटल में कैटरिंग का काम कर चुका है इसलिए उसे होटल से संबंधित सारी जानकारी थी। तभी से आरोपी ने इस तरह के प्लान बनाने व वारदातों को अंजाम देना शुरू कर दिया था।
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